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इंस्पेक्टर की दरियादिली, खूब बटोर रही चर्चा

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हैदराबाद
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के ट्रैफिक इन्स्पेक्टर की दरियादिली इन दिनों काफी चर्चा बटोर रही है। शुक्रवार को एलबी नगर के ट्रैफिक इन्स्पेक्टर ए नागामल्लू ने बाढ़ प्रभावित इलाके में एक मरीज को अपने कंधे पर बिठाकर पानी भरे रास्ते से अस्पताल पहुंचाया। उनके इस काम की खूब तारीफ की जा रही है। हालांकि, नागामल्लू के लिए यह ऐसा पहला मामला नहीं है।

कंधे पर पहुंचाया अस्पताल
जरूरतमंदों की मदद करने के लिए नागामल्लू हमेशा आगे रहते हैं। इससे पहले उन्होंने एक अस्थायी घर में रह रहे परिवार को पक्का मकान बनाने के लिए एक लाख रुपये की मदद दी थी। पिछले साल दिसंबर में भी उन्होंने एक दिव्यांग की झोपड़ी बनाने में उसकी मदद की थी। शुक्रवार को नागामल्लू ने एक घायल शख्स को अपने कंधे पर बिठाकर अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने बताया कि शख्स के पैर में चोट लगी थी और वह इलाज के लिए अस्पताल जा रहा था।

बुजुर्ग महिला की मदद की
नागामल्लू ने बताया कि वह अपने स्कूटर से गिरने ही वाला था, तभी उनकी नजर उस पर पड़ गई और उन्होंने उसे तकरीबन 100 मीटर अपने कंधे पर लादकर अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा उन्होंने एक 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला को पक्का घर बनाने में भी मदद की। उन्होंने बताया कि महिला के पति की मौत हो चुकी थी। उसकी दो बेटियां थीं, जिनकी शादी हो गई थी। महिला की छोटी बेटी को शादी के तुरंत बाद ससुराल वालों ने वापस भेज दिया था।

दिव्यांग को दी 80 हजार की मदद
नागामल्लू ने बताया, 'उनके पास एक अस्थाई झोपड़ी थी, जो काफी जर्जर अवस्था में थी। ऐसे में मैंने उनके मकान को पक्का करवाने का फैसला लिया।' इसके अलावा नागामल्लू को एक दिव्यांग शख्स के बारे में जानकारी मिली जो अपनी मां के साथ एक झोपड़ी में रहता था। उन्होंने अपनी बेटी के सोने के गहने गिरवी रखकर दिव्यांग की मदद की। नागामल्लू ने बताया कि उन्होंने दिव्यांग शख्स को 80 हजार रुपये की मदद दी थी। नागामल्लू कुछ दिनों पहले सड़क पर एक गड्ढे को भरते हुए भी दिखाई पड़े थे।

खुद ही भरने लगे सड़क के गड्ढे
एलबी नगर जंक्शन के पास सड़क के गड्ढों को देखकर उन्होंने एक कंस्ट्रक्शन साइट से कंक्रीट का मिश्रण मंगाया और गड्ढा भरने लगे। उन्होंने कहा कि गड्ढों की वजह से सड़क हादसे हो सकते थे, इसलिए मैंने जीएचएमसी अधिकारियों के मौके पर पहुंचने का इंतजार नहीं किया और खुद ही गड्ढे को भर दिया। गौरतलब है कि लोगों की मदद को हमेशा तैयार रहने वाले नागामल्लू को राचाकोंडा पुलिस ने सम्मानित भी किया है। राचाकोंडा के पुलिस कमिश्नर महेश भागवत ने उन्हें सड़क हादसों में घायल लोगों को प्राथमिक उपचार देने के मामले में पुरस्कृत किया था। नागामल्लू ने बताया कि वह अपने पास हमेशा फर्स्ट ऐड रखकर चलते हैं।

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