Quantcast
Channel: Good News, Real Inspirational Stories, Real Heroes Positive Views – Navbharat Times
Viewing all articles
Browse latest Browse all 724

रात में ड्यूटी, दिन में खाना बांट रहीं डॉक्टर

$
0
0

नई दिल्ली
प्रवासी श्रमिकों का जिस तरह से लाखों की संख्या में दिल्ली से पलायन हो रहा है और ये मजदूर अपने पैतृक गांव लौटने के लिए ट्रेन और बस और यहां तक कि पैदल चलने को मजबूर हुए और वह भी भूखे प्यासे, इस दर्द को देखने के बाद मैं अपने को घर में रोक नहीं सकी और मैनें सोचा कि खुद अपने घर खाना बनाकर उन्हें देने जाउंगी। यही सोचकर रविवार सुबह मैं निजामुद्दीन स्टेशन पर खाना, पानी, बिस्किट, महिलाओं के लिए सिनेटरी पैड आदि लेकर पहुंची ताकि मजदूरों और जरूरतमंदों को मदद कर सकूं। ये कहना था एयर इंडिया में काम करने वाली महिला डॉक्टर प्रियदर्शनी का।

रविवार सुबह 11 बजे निजमुद्दीन स्टेशन पर अपने अपने प्रदेश जाने के लिए प्रवासियों का तांता लगा हुआ था। इसी दौरान स्टेशन के बाहर कार से सामान निकालकर महिला डॉक्टर ने वहां मौजूद लोगों को खाना, पानी और मास्क आदि बांटना शुरू किया। उन्होंने बताया कि वह डॉक्टर प्रियदर्शनी हैं और वह एयरपोर्ट पर तैनात हैं और कोरोना के दौरान लगातार वह ड्यूटी पर हैं। रविवार रात भी नाइट ड्यूटी पर हैं लेकिन दिन के समय यहां लोगों के लिए आई हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने टीवी और अखबार के माध्यम से जब देखा कि लाखों की संख्या में यूपी, बिहार, राजस्थान और एमपी आदि के लोग अपने गृह राज्य पलायन कर रहे हैं और उन्हें खाने तक को नहीं है तो उनसे नहीं रहा गया।


इस मामले में सरकार काम कर रही है और अदालत ने भी दखल दिया है लेकिन उन्होंने सोचा कि उनसे जितना बन पड़ेगा उतना वह खुद खाना बनाकर उन्हें खाने का पैकेट पहुंचाउंगी। फिर उन्होंने अपने घर में ही खाना बनाने का फैसला किया। चूंकि आजकल नाइट ड्यूटी चल रही है तो उनके लिए दिन में ये सब करना आसान था और फिर उन्होंने शनिवार दिन भर में पूरी तैयारी की और अपने मेड की मदद से किचन में दर्जनों खाने का पैकेट तैयार किए। उन्हें इस बात का भी आभास था कि जो महिलाएं इस दौरान सफर कर रही हैं उन्हें निजी जरूरतें (सिनेटरी पैड) होंगी ऐसे में उन तमाम महिलाओं के लिए मास्क के साथ हमने सिनेटरी पैड का इंतजाम किया। खाने के पैकेट, पानी, बिस्किट, मास्क और सिनेटरी पैड आदि लेकर निजामुद्दीन स्टेशन पहुंची।

सहयोग के लिए पुलिस कॉन्टेबल नरपत सिंह और कुछ महिलाएं भी थीं। उन्होंने बताया कि खाना और पानी बांटने के दौरान जहां भी महिलाएं दिखीं उन्हें अलग से सिनेटरी पैड भी दिए। इस बारे में जब उन्होंने सफर में जाने वाली महिलाओं व लड़कियों से बात की तो उन सबने कहा कि ये उनके लिए बहुत जरूरी था लेकिन कहने में संकोच था और किससे कहें। उनके मन के अंदर ये भी संकोच था कि ये सब लेते हुए लोग देख रहे हैं तो डॉक्टर प्रियदर्शनी ने उनके पर्स और बैग में खुद अखबार में लपेटकर सिनेटरी पैड डाले। साथ ही मौके पर उन्होंने प्रवासी मजदूरों को कोरोना से बचने की सलाह दी और मास्क और सिनेटाइजर के इस्तेमाल के तरीके भी बताए। स्टेशन पर एक महिला अपने बच्चों के साथ खड़ी थी और मध्यप्रदेश जाना था। जब उक्त महिला से पूछा गया कि वह क्यों जाना चाहती है तो कहा अब उसके पति के पास काम नहीं रहा। यहां खाने को नहीं है। लेकिन उनके पास जाने को किराया नहीं था। एक आदमी का 600 रुपया लगने वाला था ऐसे में 1200 रुपये का इंतजाम कहां से होता। इसी इंतजाम में उन्हें काफी वक्त लग गया। लेकिन अब पैसे का इंतजाम हो चुका है और वह मध्यप्रदेश के ट्रेन में बैठने जा रही हैं।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Viewing all articles
Browse latest Browse all 724

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>