Quantcast
Channel: Good News, Real Inspirational Stories, Real Heroes Positive Views – Navbharat Times
Viewing all articles
Browse latest Browse all 724

गरीब बच्चों को क्रिकेट सिखाता है यह शख्स

$
0
0

विश्व गौरव, नई दिल्ली
कौन कहता है कि अपने सपने केवल खुद से ही पूरे किए जा सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलवा रहे हैं जिसने अपने सपनों के लिए गरीब बच्चों की ख्वाहिशों को पंख लगाने का काम किया है। दिल्ली के सुशील ठाकुर पिछले 8 सालों से गरीब बच्चों की ख्वाहिशों को पूरा करने का काम कर रहे हैं। बेहद गरीबी में पले सुशील बचपन से ही भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से खेलना चाहते थे लेकिन पारिवारिक समस्याओं के चलते वह अपने सपने को पूरा नहीं कर सके।

इसके बाद सुशील ने गरीब बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग देना शुरू किया। वर्तमान में सुशील एयर इंडिया में नौकरी करने के साथ-साथ गरीब बच्चों को मुफ्त में क्रिकेट की ट्रेनिंग दे रहे हैं। इससे पहले सुशील एयर इंडिया में भी क्रिकेट ट्रेनिंग दे चुके हैं। दिल्ली तमिल एजुकेशन असोसिएशन के ग्राउंड में तुगलक क्रिसेंट क्रिकेट अकैडमी चलाने वाले सुशील कहते हैं कि पैसे के अभाव में वह गरीब बच्चों का टैलेंट मरने नहीं देना चाहते। सुशील ने अपनी क्रिकेट अकैडमी का नाम 'तुगलक' रखने के पीछे भी एक कहानी बताई।

उन्होंने बताया, 'बचपन से मैं जिस ग्राउंड में खेलता था उसका नाम भी तुगलक था, उसी के नाम पर मैंने अपनी अकैडमी का नाम तुगलक क्रिसेंट क्रिकेट अकैडमी रखा है।' सुशील, नौकरी से समय निकाल कर सप्ताह में चार दिन वह बच्चों को क्रिकेट की बारीकियां सिखाते हैं। वर्तमान में उनकी अकैडमी में लगभग 35 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। फिलहाल 10 वर्ष से 22 साल तक के बच्चे इस अकैडमी का हिस्सा हैं। सुशील के समर्पण को देखकर कुछ लोगों ने अपने बच्चों को नामी क्रिकेट अकैडमी से निकालकर उनके पास भेजना शुरू किया है।

साथ ही वे लोग सुशील को उनकी अकैडमी चलाने के लिए आर्थिक सहायता भी कर रहे हैं। सुशील की अकैडमी की टीम कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर विजेता भी बन चुकी है। दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी ऑर्नस की पढ़ाई कर रहे 19 वर्षीय खिलाड़ी दीपक गहलोत पिछले सात सालों से सुशील से प्रशिक्षण ले रहे हैं। दीपक भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाकर देश के लिए खेलना चाहते हैं। दीपक ने बताया कि उनके इस सपने को पूरा करने के लिए उनके कोच सुशील भी उनके साथ कड़ी मेहनत करते हैं।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Viewing all articles
Browse latest Browse all 724

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>