रेवाड़ी की नंदिनी से 2 साल पहले से लोगों को इसके लिए जागरूक कर रही हैं। 12वीं की यह छात्रा खुद पुराने कपड़ों से थैले सिलती है और लोगों में बांटती है। इसमें होने वाला खर्च वह अपनी जेब खर्च से निकालती हैं। रेवाड़ी की नंदिनी से 2 साल पहले से लोगों को इसके लिए जागरूक कर रही हैं। 12वीं की यह छात्रा खुद पुराने कपड़ों से थैले सिलती है और लोगों में बांटती है। इसमें होने वाला खर्च वह अपनी जेब खर्च से निकालती हैं।
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