अपने हौसले और लगन की बदौलत परेशानियों को पीछे छोड़ते हुए फूलों से रंगत चुराकर कबड्डी खिलाड़ी ललित कुमार अपने सपनों में रंग भर रहे हैं। ग्रेटर फरीदाबाद के गांव मवई के ललित 11वीं में पढ़ रहे हैं और परिवार का पेट भरने के लिए फूल भी बेचते हैं। इसके बाद भी मात्र 4 महीने की कबड्डी प्रैक्टिस में वह नैशनल स्तर पर खेल चुके हैं। अपने हौसले और लगन की बदौलत परेशानियों को पीछे छोड़ते हुए फूलों से रंगत चुराकर कबड्डी खिलाड़ी ललित कुमार अपने सपनों में रंग भर रहे हैं। ग्रेटर फरीदाबाद के गांव मवई के ललित 11वीं में पढ़ रहे हैं और परिवार का पेट भरने के लिए फूल भी बेचते हैं। इसके बाद भी मात्र 4 महीने की कबड्डी प्रैक्टिस में वह नैशनल स्तर पर खेल चुके हैं।
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