जहां ज्यादातर लोग अपनी रिटायरमेंट के बाद सुकून के साथ जिंदगी बिताना पसंद करते हैं। लेकिन उडुपी के टोनसे केम्मान्नु श्रीनिवास राव, रिटायर होने के 38 साल बाद भी स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे हैं। छात्रों को शिक्षा देना 94 वर्षीय राव का सिर्फ जुनून ही नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है।जहां ज्यादातर लोग अपनी रिटायरमेंट के बाद सुकून के साथ जिंदगी बिताना पसंद करते हैं। लेकिन उडुपी के टोनसे केम्मान्नु श्रीनिवास राव, रिटायर होने के 38 साल बाद भी स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे हैं। छात्रों को शिक्षा देना 94 वर्षीय राव का सिर्फ जुनून ही नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है।
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