बेलागवी
शनिवार को कर्नाटक के बेलागवी में एक लोको पायलट की सूझ-बूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल गेटमैन की लापरवाही के चलते बेलागवी के पास रेलवे फाटक खुला रह गया। ऐसे में ग्रीन सिग्नल न मिलने पर गोवा एक्सप्रेस के अलर्ट लोको पायलट ने दूसरे गेट पर 10 मिनट के लिए ट्रेन रोक दी। ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से वास्को जा रही थी और शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे बेलागवी पहुंची थी।
बताया जा रहा है कि उस वक्त गेटमैन सो रहा था और इस वजह से न ही उसने गेट बंद किया, न ग्रीन सिग्नल दिखाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गेटमैन को निलंबित कर दिया गया है। स्थानीय निवासी व प्रत्यक्षदर्शी हर्षवर्धन पाटिल ने बताया कि लोको पायलट लगातार हॉर्न बजा रहा था लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला। उस समय रेलवे गेट खुला हुआ था इसलिए पायलट ने ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।
हर्षवर्धन ने बताया कि काफी देर तक रिस्पॉन्स न मिलने पर ट्रेन ड्राइवर और मैं बूथ पर गए और गेटमैन के दरवाजे पर खटखटाया। कुछ देर वह उठकर बाहर आया और गेट बंद करके ग्रीन सिग्नल दिया। हर्षवर्धन ने बताया कि गेटमैन ने शराब पी रखी थी। ट्रेन के जाने के बाद वह गेट खोलना भूलकर दोबारा सो गया। फिर हमने उसे दोबारा जगाया तब उसने गेट खोला। उसकी लापरवाही की वजह से यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। साथ ही अगर ड्राइवर समय से गाड़ी नहीं रोकता तो बड़ा एक्सीडेंट हो सकता था।
वहीं दक्षिणी पश्चिमी रेलवे (एसडब्ल्यूआर) के चीफ पीआरओ पी विजया ने बताया, 'मामले के सामने आते ही हमने स्टेशन मैनेजर को इससे अवगत करा दिया। दोषी गेटमैन को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच की जाएगी।
शनिवार को कर्नाटक के बेलागवी में एक लोको पायलट की सूझ-बूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल गेटमैन की लापरवाही के चलते बेलागवी के पास रेलवे फाटक खुला रह गया। ऐसे में ग्रीन सिग्नल न मिलने पर गोवा एक्सप्रेस के अलर्ट लोको पायलट ने दूसरे गेट पर 10 मिनट के लिए ट्रेन रोक दी। ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से वास्को जा रही थी और शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे बेलागवी पहुंची थी।
बताया जा रहा है कि उस वक्त गेटमैन सो रहा था और इस वजह से न ही उसने गेट बंद किया, न ग्रीन सिग्नल दिखाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गेटमैन को निलंबित कर दिया गया है। स्थानीय निवासी व प्रत्यक्षदर्शी हर्षवर्धन पाटिल ने बताया कि लोको पायलट लगातार हॉर्न बजा रहा था लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला। उस समय रेलवे गेट खुला हुआ था इसलिए पायलट ने ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।
हर्षवर्धन ने बताया कि काफी देर तक रिस्पॉन्स न मिलने पर ट्रेन ड्राइवर और मैं बूथ पर गए और गेटमैन के दरवाजे पर खटखटाया। कुछ देर वह उठकर बाहर आया और गेट बंद करके ग्रीन सिग्नल दिया। हर्षवर्धन ने बताया कि गेटमैन ने शराब पी रखी थी। ट्रेन के जाने के बाद वह गेट खोलना भूलकर दोबारा सो गया। फिर हमने उसे दोबारा जगाया तब उसने गेट खोला। उसकी लापरवाही की वजह से यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। साथ ही अगर ड्राइवर समय से गाड़ी नहीं रोकता तो बड़ा एक्सीडेंट हो सकता था।
वहीं दक्षिणी पश्चिमी रेलवे (एसडब्ल्यूआर) के चीफ पीआरओ पी विजया ने बताया, 'मामले के सामने आते ही हमने स्टेशन मैनेजर को इससे अवगत करा दिया। दोषी गेटमैन को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच की जाएगी।
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