मात्र 7 हजार रुपए महीने की तनख्वाह पर पैट्रोल पंप पर नौकरी करने वाले एक गार्ड का बेटा सीए बन गया। पढ़ाई और कोचिंग का खर्च उठाने के लिए उसने काम किया और लोन भी लिया।मात्र 7 हजार रुपए महीने की तनख्वाह पर पैट्रोल पंप पर नौकरी करने वाले एक गार्ड का बेटा सीए बन गया। पढ़ाई और कोचिंग का खर्च उठाने के लिए उसने काम किया और लोन भी लिया।
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